मन्दिर महादेव मारूफ शिवाला कांधला धर्मार्थ ट्रस्ट (रजिस्टर्ड) पर्यावरण दिवस - 2023

 


सिद्ध पीठ पुश्तैनी शिवालय अंदोसर मंदिर नई बस्ती कांधला में 5 जून 2023 को माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के जन्मदिवस पर मंदिर महादेव मारूफ शिवाला कांधला धर्मार्थ ट्रस्ट (रजिस्टर्ड) द्वारा उनके दीर्घायु, उत्तम स्वास्थ्य और उत्तर प्रदेश के लिए उनके कुशल नेतृत्व में उज्जवल भविष्य हेतु हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की गई, साथ ही, विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सनातन संस्कृति के प्रचार प्रसार और स्वस्थ और स्वच्छ पर्यावरण संरक्षण के लिए माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर मन्दिर परिसर में सीता अशोक के पौराणिक और औषधीय पौधों का रोपण किया गया. सीता अशोक वृक्ष का पौराणिक महत्व यह है कि कहते हैं लुंबिनी में बुद्ध का जन्म भी सीता-अशोक के वृक्ष के नीचे ही हुआ था। इसलिए बौद्ध धर्म में यह एक पूज्य वृक्ष माना गया है। यह भी कहा जाता है कि जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर ने अपना प्रथम उपदेश सीता-अशोक के नीचे बैठ कर ही दिया था। रामायण में वर्णित अशोक वाटिका को भी सीता-अशोक के कुंजों की वाटिका माना गया है। कालीदास ने अपने काव्य ‘ऋतु संहार’ और नाटकों में अशोक के वृक्ष का मनोहारी वर्णन किया है। किंवदंती है कि सीता के पदप्रहार से अशोक में फूल खिल गए थे। तब से यह विश्वास चल पड़ा कि युवतियों के पदप्रहार से सीता-अशोक में फूल खिल जाते हैं और औषधीय रूप से सीता अशोक वृक्ष मूलरूप से स्त्रीजनक रोगों के लिए रामबाण है। इसके अलावा सांस संबंधी बीमारी में भी इसका उपयोग किया जाता है। वास्तु के अनुसार सीता अशोक के पौधों का रोपण उत्तर दिशा में किया जाता है इसीलिए अशोक वृक्ष की इस दुर्लभ प्रजाति का आरोपण आज सिद्ध पीठ पुश्तैनी शिवालय की उत्तर दिशा में स्थित भूमि पर ही किया गया. कार्यक्रम में ट्रस्ट की अध्यक्ष शालिनी कौशिक एडवोकेट, महासचिव डॉ शिखा कौशिक, श्री धर्म सिंह जी, पंडित राधेश्याम जी और विद्युत विभाग के इंजीनियर रचित पांडे, मनोज कुमार, राकेश कुमार, देव कुमार, सौरभ आदि की उपस्थिति रही.











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