कृष्णा वाटिका उद्धार द्वारा मंदिर महादेव मारूफ शिवाला कांधला धर्मार्थ ट्रस्ट (रजिस्टर्ड)

 कृष्ण वाटिका उद्धार - भाग 13



पुश्तैनी शिवालय अंदोसर मंदिर नई बस्ती कांधला के द्वितीय द्वार और कृष्ण वाटिका की भूमि पर कभी गैर समुदाय द्वारा अपने किसी बड़े जलसे के लिए मन्दिर के प्रबन्धक से अस्थायी कच्चे शौचालय हेतु कुछ जमीन की सहायता मांगी गई, जिसे मन्दिर प्रबंधक ने साम्प्रदायिक सद्भाव के मद्देनजर अनुमति दे दी. जिसे बहुत लम्बा समय बीतने के बाद भी गैर समुदाय द्वारा खाली नहीं किया गया. वर्तमान में मंदिर महादेव मारूफ शिवाला कांधला धर्मार्थ ट्रस्ट (रजिस्टर्ड) को यह जानकारी मिलने पर कि गैर समुदाय उस कच्चे शौचालय को पक्के निर्माण में तब्दील करने जा रहा है, पर 10 फ़रवरी 2021 को मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की गई, जिससे शिकायत निस्तारण हेतु कांधला थाने को अंतरित कर दी गई. कांधला थाने द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए 26 फरवरी 2021 को गैर समुदाय को विश्वास में लेते हुए उस अवैध अस्थायी कच्चे शौचालय को बिस्मार कर दिया गया, जिसके लिए ट्रस्ट माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी और कांधला थाने का हार्दिक धन्यवाद करता है.

इसके बाद ट्रस्ट द्वारा वहां से नई बस्ती निवासी को चेतावनी जारी कर पेड़ की लकड़ियों के भारी गट्ठर हटवायें गए, इंतजार द्वारा अवैध कब्जे के लिए रखे गए खोखे 4 बार चेतावनी देकर उसी से हटवाये गए. ज़ाहिद को कृष्ण वाटिका की भूमि पर लाहौरी इंटें न डालने की चेतावनी जारी की गई पर तब उस पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ा, इन्हीं कार्यों में कृष्ण वाटिका की भूमि पर अवैध अस्थायी कच्चे शौचालय को बिस्मार हुए 1 महिना बीत गया, 1 महीना बीतने के बाद भी वहां से गैर समुदाय के अवैध अस्थायी कच्चे शौचालय की ईंट न हटने और स्थानीय निवासियों द्वारा पुनः कृष्ण वाटिका की भूमि पर शौचालय निर्माण करने देने की बार बार इजाजत मांगने से परेशान होकर ट्रस्ट ने होली के त्यौहार पर 27 मार्च 2021 को सन्नी ग्रुप से ट्रेक्टर ट्रॉली मंगाई और ईंटें हटाने पर स्थानीय निवासियों द्वारा इकट्ठे होकर उन्हें अपनी इंटें कहने पर कपिल, विकास आदि के सहयोग से उन्हें उनकी ईंटें देकर और ज़ाहिद को बुलाकर उसकी लाहौरी ईंटें स्वयं की रेहड़ी में उठवाकर कृष्ण वाटिका की सफाई मोहित ग्रुप से कराई गई. इसके बाद ट्रस्ट की अध्यक्ष शालिनी कौशिक एडवोकेट और महासचिव डॉ शिखा कौशिक द्वारा कृष्ण वाटिका की भूमि को पुनः गैर समुदाय के अवैध कब्जे से बचाने के लिए 1 अप्रैल 2021 को स्थानीय प्रधान पद के प्रत्याशी और स्थानीय प्रशासन के अवैध विरोध का सख्ती से सामना करते हुए सरकारी नक्शे के अनुसार घेराबन्दी करायी गयी और वहां 35 अशोक के पेड़ लगाकर कृष्ण वाटिका को वास्तविक रूप में अवतरित किया गया और यह ट्रस्ट की सफलता ही कही जाएगी कि वर्ष 1800 से स्थापित कृष्ण वाटिका आज गूगल मैप पर दिखाई दे रही है. जय श्री राधे राधे

शालिनी कौशिक एडवोकेट

अध्यक्ष

मन्दिर महादेव मारूफ शिवाला

 कांधला धर्मार्थ ट्रस्ट (रजिस्टर्ड)

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